Liberibacter asiaticus
बैक्टीरिया
सबसे पहला लक्षण पेड़ पर पीली टहनी दिखना है। इसी से इसे इसका एक प्रचलित नाम हुआंगलॉन्गबिंग मिला है, जिसका अनुवाद पीला ड्रैगन रोग है। पत्तियां धीरे-धीरे पीली और चितकबरे धब्बों वाली हो जाती हैं, जैसे ज़िंक या मैंगनीज़ की कमी होने पर होता है। दोनों में अंतर बताने का एक अच्छा तरीका यह है कि इन दोनों की कमी के कारण हुए लक्षण पत्ती शिरा के साथ-साथ व्यवस्थित दिखाई देते हैं जबकि रोग के लक्षण अव्यवस्थित होते हैं। स्थाई रूप से संक्रमित पेड़ों का विकास रुक जाता है, समय से पहले पत्तियां गिर जाती हैं और टहनियां सिरे से मरन शुरू हो जाती हैं। पेड़ पर कई बेमौसम फूल आ जाते हैं जो बाद में गिर जाते हैं। फल छोटे, अनियमित आकार के, और आधार पर हरे रंग के मोटे छिलके वाले होते हैं (इसीलिए इस रोग को नींब वंश का हरितमा रोग या सिट्रस ग्रीनिंग कहते हैं)।
माफ़ करें, हमें इस रोग के किसी जैविक उपचार की जानकारी नहीं है। इस रोग पर काबू पाने के लिए अगर आप को कुछ पता है, तो कृपया हमें बताएं। हमें आपके सुझावों का इंतज़ार रहेगा।
हमेशा एक समेकित दृष्टिकोण से रोकथाम उपायों के साथ-साथ उपलब्ध जैविक उपचारों को अपनाएं। कीटनाशकों के उपयुक्त इस्तेमाल से साइलिड वाहकों पर अच्छी तरह काबू पाकर रोग का फैलाव सीमित किया जा सकता है। तने में एंटीबायोटिक टेट्रासाइक्लिन का इंजेक्शन देने से रोग से आंशिक रूप से उबरा जा सकता है, हालांकि असरदार होने के लिए ऐसा बार-बार करना पड़ेगा। टेट्रासाइक्लिन पेड़ों के लिए विषाक्त है और इस कारण हाल के वर्षों में इसके इस्तेमाल में कमी आई है।
हुआंगलॉन्गबिंग (HLB) के लक्षणों का कारण जीवाणु कैंडिडेटस लाइबेरिबैक्टर एशियाटिकस है। इसे नींबू वंश की फसलों के बाग़ानों के दो आम साइलिड रोगजनक, डायफ़ोरिना सिट्रि और ट्राइओज़ा इरिट्री लगातार फैलाते रहते हैं। कीटडिंभ और वयस्क दोनों HLB ग्रहण कर सकते हैं और अपने 3 से 4 महीने के जीवनकाल में रोगग्रस्त रहते हुए रोग फैला सकते हैं। हुआंगलॉन्गबिंग सर्वांगी रोग है और लक्षण दिखाई देने से पहले तीन महीने से लेकर कई वर्षों का समय लग सकता है। रोग कलम लगाने से फैल सकता है, हालांकि इसके फैलने की दर भिन्न हो सकती है। बीजों से भी रोग फैल सकता है। कुछ अन्य रोग और विकार भी पत्तियों में इस तरह का चितकबरापन दिखाते हैं। इसलिए कारण सुनिश्चित करने के लिए प्रयोगशाला में परीक्षण के लिए ऊतकों का नमूना भेजना अच्छा रहता है।