PEMV
वाइरस
इसके मुख्य लक्षण हैं वे अतिरिक्त संरचनाएं (इनेशन) जो पत्तियों की निचली सतह पर दिखाई देती हैं। संक्रमण के 5-7 दिनों के भीतर सबसे ऊपर की पत्तियाँ नीचे की तरफ़ मुड़ने लगती हैं। इसके बाद, शिराएं अपना हरा रंग खोने लगती हैं और पत्ती की सतह पर अनियमित हरिमाहीन छींटें और छोटे-छोटे अनियमित पारभासी घाव दिखने लगते हैं। फली का आकार और गुणवत्ता गंभीर रूप से प्रभावित हो जाती है, जिससे पैदावर को नुकसान होता है।
रोपण के लिए प्रतिरोधी किस्मों का इस्तेमाल करें। माहू की आबादी को नियंत्रित रखने के लिए पीले चिपचिपे जाल लगाएं। माहू की आबादी को कम करने के लिए मक्का, ज्वार और बाजरा जैसे लंबे पौधों को खेत की सीमा पर लगाएं।
हमेशा निवारक उपायों और उपलब्ध जैविक उपचारों के मिलेजुले दृष्टिकोण पर विचार करें। माहू की आबादी की निगरानी करें और अनुमोदित कीटनाशकों का सही समय पर इस्तेमाल करें।
नुकसान का कारण मोज़ैक वायरस (लुटियोविरिडे) है, जो परिसंचारी गैर-प्रसारात्मक ढंग से माहू (एसिरथोसिफ़ॉन पिसुम और मायज़स ओरनेटस) द्वारा फैलता है। विषाणु को फैलाने में वयस्कों की तुलना में कीट डिंभ अधिक प्रभावी हैं। संक्रमण की गंभीरता मेज़बान पौधे और पर्यावरणीय परिस्थितियों पर निर्भर करती है।