Phytophthora cactorum
फफूंद
शीर्ष पर सड़न से संक्रमित होने के बाद एकल पत्तियाँ कत्थई होनी शुरू हो जाती हैं। मुख्य पत्तियों से आरम्भ होते हुए, पौधे के हवा में स्थित अंग मुरझा जाते हैं और अंत में मर जाते हैं। जड़ के भीतर, आप स्पष्ट रूप से बिना सीमा वाले लाल कत्थई सड़न के धब्बे देख सकते हैं। इनके कारण पौधों के लिए पानी की उपलब्धता में रुकावट आती है। शीर्ष पर सड़न (क्राउन रॉट) के लक्षण वसंत में फूल खिलने के तुरंत बाद दिखाई देते हैं। स्वस्थ पौधे संक्रमित पौधों के ठीक समीप में ही विकसित होते हैं, जो कि रोग की विशिष्टता है। वसंत के गर्म मौसम में, पहली क्षति 4-6 सप्ताह के बाद दिखाई देती है।
कोई प्रत्यक्ष उपचार संभव नहीं है। संक्रमण से बचने के लिए रोकथाम के उपायों का प्रयोग करें।
यदि उपलब्ध हो, जैविक उपचार के साथ निवारक उपायों के एक एकीकृत दृष्टिकोण पर हमेशा विचार करें। पुनः संक्रमण रोकने के लिए संक्रमित क्षेत्रों में मेफ़ेनोक्सम तथा मेटालेक्सिल का ड्रिप सिंचाई के द्वारा प्रयोग करें।
शीर्ष पर सड़न के रोगाणु एक कवक (फ़ाइटोफ़्थोरा केक्टोरम) है, जो मिट्टी में वर्षों तक जीवित रह सकता है। इसके अलैंगिक चलबीजाणु प्रसार के लिए बहते पानी पर निर्भर रहते हैं तथा पानी के छींटों से प्रसारित होते हैं। पानी का जमाव शीर्ष पर सड़न के कवक के संक्रमण का सामान्य स्त्रोत है।