देखभाल
गन्ना एक नकद फसल है जिसका उपयोग विश्व की 75% चीनी के उत्पादन के लिए किया जाता है, किन्तु इसका उपयोग मवेशियों के चारे के लिए भी किया जाता है। गन्ना मूल रूप से एशिया में पाई जाने वाली एक ऊष्णकटिबंधीय सदाबहार घास है। यह लम्बाई में बढ़ने वाले क्षैतिज तनों का उत्पादन करती है, जो मोटे डंठलों या डंडों में बदल जाते हैं, जिनसे चीनी बनाई जाती है। ब्राज़ील और भारत विश्व में गन्ने के सबसे बड़े उत्पादक देश हैं।
मिट्टी
गन्ना विभिन्न प्रकार की मिट्टी में उपजाया जा सकता है, हालाँकि अच्छी जलनिकासी वाली, गहरी, दोमट मिट्टी आदर्श होती है। गन्ने के विकास के लिए मिट्टी में 5 और 8.5 के बीच का पीएच आवश्यक होता है, आदर्श श्रेणी 6.5 है।
जलवायु
गन्ना भूमध्य रेखा के 36.7 डिग्री उत्तर तथा 31.0 डिग्री दक्षिण के अक्षांशों के मध्य उष्णकटिबंधीय या उपउष्णकटिबंधीय मौसम में उगने के लिए अनुकूल है। तनों की कलमों के अंकुरित होने के लिए आदर्श तापमान 32 से 38 डिग्री से. है। 1100 से लेकर 1500 मिमी. तक कुल वर्षा आदर्श है क्योंकि इसे लगभग 6 से 7 महीनों के लगातार समय के लिए प्रचुर मात्रा में पानी की आवशयकता होती है। विकास के चरम समय के दौरान गन्ने के तेज़ी से लंबा होने के लिए उच्च आर्द्रता (80 - 85%) अनुकूल होती है।