देखभाल
मिर्च या शिमला मिर्च नाईटशेड परिवार का फूलों वाला पौधा है। इसकी उत्पत्ति अमेरिका (इसकी खेती के अवशेष मेक्सिको में 3000 ईस्वी पूर्व तक पाए गए हैं) में हुई और शेष विश्व से इसकी पहचान 16वीं शताब्दी के बाद हुई। आज समस्त मिर्चों का 50% चीन और उसके बाद मेक्सिको, टर्की, इंडोनेशिया और स्पेन में उगाया जाता है।
मिट्टी
शिमला मिर्च को अनेक प्रकार की मिट्टियों में उगाया जा सकता है, लेकिन यह सबसे अच्छी तरह गहरी, दोमट और अच्छी जलनिकासी वाली मिट्टी में उगती है। मिट्टी का पीएच 5.5-7.0 की श्रेणी में होना चाहिए। इनकी मुख्य जड़ें मज़बूत और गहराई तक (>1 मीटर) विकसित हो सकती हैं। एक समान ढलान वांछित होती है क्योंकि इससे जलनिकासी सहज होती है, लेकिन यह अनिवार्य नहीं है। खेतों में गड्ढों के कारण जलभराव हो सकता है।
जलवायु
मिर्चों को उगाने की आदर्श परिस्थितियों में ऊष्ण दोमट मिट्टी, जो नम हो लेकिन पानी से भरी न हो, के साथ धूप, आदर्श रूप से 21 से 29 डिग्री सेल्सियस का तापमान, शामिल हैं। अत्यधिक नम मिट्टी के कारण नवांकुर गल जाते हैं और अंकुरण में कमी आती है। पौधे 12 डिग्री सेल्सियस तक का तापमान सहन कर सकते हैं, किंतु पसंद नहीं करते, और पाले के प्रति संवेदनशील होते हैं। शिमला मिर्च का पुष्पीकरण काफ़ी हद तक दिन के समय की लंबाई के साथ जुड़ा होता है। परंतु, बहुत अधिक उच्च तापमान (33 से 38 डिग्री सेल्सियस) पर परागण अपनी व्यवहार्यता खो देता है और फूलों में सफलतापूर्वक परागण की संभावना बहुत कम हो जाती है।