मक्का


पानी देना
मध्यम

जुताई
प्रत्यक्ष बीजारोपण

कटाई
70 - 110 दिन

श्रम
मध्यम

सूरज की रोशनी
पूर्ण सूर्य

pH मान
5 - 7

तापमान
10°C - 38°C


मक्का

परिचय

मकई, जिसे मक्का के नाम से भी जानते हैं, पोएसी परिवार का एक दानेदार अनाज है। इसे दक्षिणी मेक्सिको में लगभग 10,000 साल पहले घरेलू ज़रूरतों के लिए उगाना शुरू किया गया था, और मौसम की विभिन्न परिस्थितियों में इसके उपजने की क्षमता के कारण पिछले 500 वर्षों में शेष विश्व मे इसका प्रसार हुआ। मकई एक खाद्य फ़सल मानी जाती है और यह भोजन, चारे और ईंधन के रूप में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।

देखभाल

मकई, जिसे मक्का के नाम से भी जानते हैं, पोएसी परिवार का एक दानेदार अनाज है। इसे दक्षिणी मेक्सिको में लगभग 10,000 साल पहले घरेलू ज़रूरतों के लिए उगाना शुरू किया गया था, और मौसम की विभिन्न परिस्थितियों में इसके उपजने की क्षमता के कारण पिछले 500 वर्षों में शेष विश्व मे इसका प्रसार हुआ। मकई एक खाद्य फ़सल मानी जाती है और यह भोजन, चारे और ईंधन के रूप में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।

मिट्टी

ज़ी मेज़ (मकई) अच्छी जलनिकासी वाली और उपजाऊ चिकनी या कछार की मिट्टी में सबसे अच्छी तरह उगती है। हालांकि, मकई को बलुही से लेकर दोमट तक विविध प्रकार की मिट्टी में उगाना सम्भव है। यह फ़सल मिट्टी की अम्लता के प्रति सहनशील होती है। मिट्टी की अम्लता को चूने का प्रयोग करके निष्क्रिय करने से उपज बढ़ाई जा सकती है।

जलवायु

मकई को पूरे विश्व मे उगाए जाने का एक कारण यह है कि यह विविध कृषि-जलवायु परिस्थितियों में उगने की क्षमता रखता है। हालांकि, मध्यम तापमान और वर्षा इसकी फ़सल के लिए सबसे अनुकूल होते हैं।

संभावित बीमारियां

मक्का

इसके विकास से जुड़ी सभी बाते प्लांटिक्स द्वारा जानें!


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मुख्य तथ्य

पानी देना
मध्यम

जुताई
प्रत्यक्ष बीजारोपण

कटाई
70 - 110 दिन

श्रम
मध्यम

सूरज की रोशनी
पूर्ण सूर्य

pH मान
5 - 7

तापमान
10°C - 38°C

मक्का

इसके विकास से जुड़ी सभी बाते प्लांटिक्स द्वारा जानें!

देखभाल

मकई, जिसे मक्का के नाम से भी जानते हैं, पोएसी परिवार का एक दानेदार अनाज है। इसे दक्षिणी मेक्सिको में लगभग 10,000 साल पहले घरेलू ज़रूरतों के लिए उगाना शुरू किया गया था, और मौसम की विभिन्न परिस्थितियों में इसके उपजने की क्षमता के कारण पिछले 500 वर्षों में शेष विश्व मे इसका प्रसार हुआ। मकई एक खाद्य फ़सल मानी जाती है और यह भोजन, चारे और ईंधन के रूप में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।

मिट्टी

ज़ी मेज़ (मकई) अच्छी जलनिकासी वाली और उपजाऊ चिकनी या कछार की मिट्टी में सबसे अच्छी तरह उगती है। हालांकि, मकई को बलुही से लेकर दोमट तक विविध प्रकार की मिट्टी में उगाना सम्भव है। यह फ़सल मिट्टी की अम्लता के प्रति सहनशील होती है। मिट्टी की अम्लता को चूने का प्रयोग करके निष्क्रिय करने से उपज बढ़ाई जा सकती है।

जलवायु

मकई को पूरे विश्व मे उगाए जाने का एक कारण यह है कि यह विविध कृषि-जलवायु परिस्थितियों में उगने की क्षमता रखता है। हालांकि, मध्यम तापमान और वर्षा इसकी फ़सल के लिए सबसे अनुकूल होते हैं।

संभावित बीमारियां